क्या पेड़ बात कर सकते हैं ?

क्या पेड़ बात कर सकते हैं ? और अगर कर सकते है तो आखिर ये कैसे मुमकिन है ? हमारी पृथ्वी रहस्यों से भरी है , जिनमे से हम इंसान कुछ जान पाएँ है और बहुत कुछ जानना बाकी है ।

क्या पेड़ बात कर सकते हैं ?

हमारे पैरों तले एक आकर्षक दुनिया बस्ती है , और आज इस दुनिया मे आपका स्वागत है । पेड़ भले ही एक जगह से दूसरी जगह जा नहीं सकते पर वो एक दूसरे से बातें कर सकते है और आपस मे संसाधनों का भी लेन देन करते है ।

तो चलिएँ आज पेड़ों की रहस्यमयी दुनिया के बारे मे जानते है।

क्या पेड़ बात कर सकते हैं? आइये जानते है पेड़ एक दूसरे से कैसे बात कर पाते हैं ?

जड़ों के जरिये आखिर पेड़ एक दूसरे से कैसे बाते करते हैं ?

पेड़ ” Wood Wide Web” नाम के एक अद्भुत नेटवर्क का इस्तेमाल करके एक दूसरे से बात कर पातें है।

एक छिपी हुई अद्भुत दुनिया : Mycorrhizal Fungi का connection

कल्पना कीजिए के आप एक जंगल मे प्रवेश कर रहे है जहां ऊंचे ऊंचे पेड़ है , और आपको पेड़ और पत्तियों की सरसराहट सुनाई दे रही है । लेकिन इस सरसराहट के पीछे क्या है ? जमीन के नीचे क्या है ?

क्या पेड़ बात कर सकते हैं ?

जब भी हम जंगल मे जातें है तब पेड़ों की ऊंचाई और उसकी सुंदरता देखकर प्रभावित होते है । पर क्या आप जानते है के पेड़ों के नीचे एक अदृश्य नेटवर्क कम कर रहा होता है ? पेड़ों की जड़ों के साथ mycorrhizal fungi जुड़ीं होती है जो एक विशाल network बनाती है जिसके जरिये पेड़ एक दूसरे से बातचीत करते है और एक दूसरे को संसाधन भी देते है।

mycorrhizal fungi याने कवक के तन्तु पेड़ों की जड़ों को आपस मे जोड़ते हैं । कवक और पेड़ो के बीच एक सहजीवी संबंध होता है । कवक आवश्यक पोशक तत्व और पानी पेड़ों से लेते है, और पेड़ों को बदले मे शर्करा देते है जो की प्रकाश संश्र्लेषण द्वारा बनाई जाती है ।

यह नेटवर्क जो मिलों तक फैला हुआ होता है , पेड़ों को एक दूसरे से बातचीत करने मुख्य भूमिका निभाता है।

संदेश भेजना : एक रासायनिक संकेत

अब जब अपने नेटवर्क की खोज कर ली और एक दूसरे से हमेशा जुड़े रहते है , तो चलिये पता करते है के आखिर पेड़ कैसे इसका उपयोग करके एक दूसरे को संदेश भेज पातें हैं।

क्या पेड़ बात कर सकते हैं ?

जब पेड़ों पर किसी प्रकार का आक्रमण होता है या फिर वो तनाव मे होते है, तो वे भूमिगत नेटवर्क के जरिये रसायनिक संकेत छोड़ते है और एक दूसरे को संकट के बारें मे जानकारी दे पाते है।

अब प्रश्न यह है के यह सब संभव कैसे होता है ?

मान लीजिए एक पेड़ है जिसपे कीटों का हमला हो रहा है , यह पेड़ अपने mycorrhizal नेटवर्क मे एक रसायनिक संकेत भेजता है । आस पास के पेड़ , इस चेतावनी को प्राप्त करते है और अपने रक्षात्मक रसायनो का उत्पादन शुरू कर देते हैं।

यह नेटवर्क जंगल को स्वस्थ रखने वाली एक first line defense की तरह कम करता हैं।

त्वरित प्रतिकृया : विद्युत संकेत (electrical signal)

क्या पेड़ों के पास भी विद्युत संकेत होते हैं? जैसे हमारे पास मानव तंत्रिका तंत्र है वैसे ही पेड़ भी कुछ हद तक इनका उपयोग कर सकते हैं।

मानव तंत्रिका तंत्र मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी और तंत्रिकाओं से मिलकर बना होता है । यह शरीर की सूचना प्रसंस्करण और संचार प्रणाली है। यह आपको सोचने , महसूस करने और शरीर की गतिविधियों को नियंत्रित करने मे मदद करता है। तंत्रिका तंत्र के जरिये ही आप चल सकते है,बोल सकते है, सांस ले सकते है।

क्या पेड़ बात कर सकते हैं ?

पेड़ भी कुछ हद तक ऐसे ही विद्युत संकेतों का उपयोग करके एक दूसरे को संकेत भेज सकते है। एक electric pulse जड़ों के नेटवर्क के माध्यम से यात्रा करता है और पेड़ों के बीच कनैक्शन को प्रकाशमान करता है ।

इस प्रकार पेड़ों को अपने वातावरण मे अचानक होने वाले परिवर्तनों जैसे की मौसम मे बदलाव या शारीरिक नुकसान के बारें मे तुरंत पता चल जाता है। और इससे वह जल्द से जल्द जवाब दे पातें है।

संसाधन साझा करना : पोषक तत्वों और कार्बन का आदान प्रदान

आसपास के पेड़ पौधे एक परिवार समान होते हैं, जैसे हम इंसान अपने परिवार मे एक दूसरे को आगे बढ़ने मे मदद करते है वैसे ही पेड़ एक दूसरे की मदत करते है ।

क्या पेड़ बात कर सकते हैं ?

तो आइये जानते है के पेड़ एक दूसरे की मदत कैसे करते हैं?

एक स्वस्थ पेड़ अपने जड़ों के माध्यम से कमजोर पेड़ों को पोषक तत्व और कार्बन भेज सकता है जिसका इस्तेमाल करके वो स्वस्थ हो पातें है और बढ़ पाते है।

मदर ट्री : मदर ट्री की भूमिका

हमे जब भी मार्गदर्शन की जरूरत होती है तब हम अपने बड़े बूढ़ो की सहायता लेते हैं , उनसे मार्गदर्शन प्राप्त करते हैं।

ऐसे ही जंगल मे कुछ पेड़ ऐसे होते है जो केन्द्रीय हब की तरह कम करते है, इन्हे हम “मदर ट्री” कहते है।

मदर ट्री पूरे परिस्थितिकी तंत्र की देखभाल और पोषण करते है।

मदर ट्री की जड़ें दूर दूर तक फैली होती है और कई अन्य पेड़ों से जुड़ी होती है। मदर ट्री एक समझदार बुजुर्ग की तरह होता है , जो संसाधनो और जानकारी को बांटता है ताकि जंगल स्वस्थ और जीवंत बना रहे।

क्या पेड़ बात कर सकते हैं ? – Conclusion

पेड़ सिर्फ एक स्थिर विशालकाय जीव नहीं है , वे एक गतिशील, परस्पर संबंधित समुदाय का हिस्सा हैं। “वुड वाइड वेब” के माध्यम से वो एक दूसरे को खतरे के बारे मे अवगत कराते हैं और संसाधनो को भी एक दूसरे से साझा करते है।

वे एक दूसरे से जुड़े रहते हैं और पूरे जंगल के स्वास्थ्य को सुनिश्चित करते हैं।

अगली बार जब आप किसी जंगल से गुजरें , तो ध्यान रखिए के आपके पैरों तले एक छिपी हुई दुनिया हैं।

पेड़ बात कर रहें हैं – पर क्या आप सुन पा रहें हैं?